GST Adjust and GST Adjustment Rules with Frequently Asked Questions कौन सा एडजेस्टमेंट कब और कहां करना है जीएसटी रिटर्न और जीएसटी में एक्सपर्ट होने के लिए सबसे पहले जीएसटी एडजेस्टमेंट आना आवश्यक है पूरी जानकारी बहुत सरल भाषा में बताने वाली हु With Explain...........

HOW TO GST ADJUSTMENT

GST ADJUSTMENT RULES WITH JOURNAL ENTRY -2022

5-Sep -जीएसटी रिटर्न ऑफ जीएसटी पर कार्य करने के लिए यह जानकारी आवश्यक है कि कौन सा एडजेस्टमेंट कब और कहां करना है जीएसटी रिटर्न और जीएसटी में एक्सपर्ट होने के लिए सबसे पहले जीएसटी एडजेस्टमेंट आना आवश्यक है क्योंकि बिना एडजस्टमेंट के आप आइटीआरवी नहीं कर पाओगे तो इस पोस्ट की मदद से जीएसटी के बारे में जानेंगे कि कौन सा एडजेस्टमेंट कैसे होता है तो आइए चलते हैं पोस्ट पर - 

GST Return And GST Adjustment 

(जीएसटी एडजेस्टमेंट) दोनों आपस में कनेक्टेड है तो आज मैं आपको जीएसटी के बारे में कुछ इंपोर्टेंट नोट्स बताने वाला हूं कहीं लोग Rate से जीते सिर के डिफरेंट - डिफरेंट GST Rate के अनुसार Ledger Create करते हैं मैं उन से Request करूंगा कि आईजीएसटी सीजीएसटी एसजीएसटी (IGST,CGST & SGST ) का 3 ही LEDGER बनाएं क्योंकि पोर्टल पर भी 3 है और यही LEGAL है इसके साथ ही जीएसटी ऑटो कैलकुलेशन होना चाहिए जिससे आपका डाटा एक्यूरेट रहता है और यह और यह लीगल है I



GST Adjustment क्यों करना आवश्यक है  

कोई भि Accounting Software सॉफ्टवेयर हो उसमे GST के क्रेडिट और CASH LEDGER और और सॉफ्टवेयर का बैलेंस हमेसा मैच होना चाहिए क्युकी ये मैच तो आप ऐसे ट्रैक कर सकते हो और इससे आपकी बैलेंस शीट भी सही बनती है /

वार्ना आपका इनपुट आउटपुट दोनों में बैलेंस पड़ा रहता है और वो आपकी बैलेंस शीट को इफ़ेक्ट करता है इसलिए ये एडजस्टमेंट की एंट्री हर महीने की  लास्ट डेट में करना होता है जिससे अपने कितना इनपुट लिया है ३ब में और कितना आउटपुट ये साडी जानकारी भी मंथली अपडेट रहेगी 

GST Adjustment - 

 जीएसटी के ऑफिशल नोटिफिकेशन के अनुसार -

एक नया नया रूल लागू किया गया है आइए जानते हैं यह नया रूल क्या कहता है इस रोल के अनुसार किसी भी सबसे पहले इंटीग्रेटेड जीएसटी या नहीं आईजीएसटी को सेट अप करना है उसके बाद बाकी रिलेटेड को सेट अप करना है जैसे नीचे बताएं गणों के अनुसार


GST Adjustment नए Rule क अनुशार सबसे पहले आपको IGST के अमाउंट को Nill करना है इसके बाद आप बाकि Set Off कर सकते है जैसे कल निचे आपको टेबल में बताया गया है -

GST Adjustment Chart - 

Particular                   First Set off.                         After than Set off

IGST                    .         IGST.                                       CGST / SGST (50-50%)

CGST.                            IGST                                       CSGT

SGST                             IGST                                       SGST

 

Important Note of GST Adjustment-

इंपोर्टेंट नोट्स

1. सीजीएसटी (CGST) और एसजीएसटी (SGST) कभी आपस में सेट ऑफ नहीं होते I सीजीएसटी (CGST) और एसजीएसटी (SGST) को आपस में Adjustment नहीं किया जा सकता

 

2. आईजीएसटी (IGST) को किसी भी LEDGER के लिए एडजस्ट किया जा सकता है लेकिन सबसे पहले आईजीएसटी को सेट अप करना है उसके बाद बराबर बराबर CGST & SGST (सीजीएसटी & एसजीएसटी) में सेट ऑफ कर सकते हैं


3. GST Adjustment करते समय सबसे पहले IGST को लेंगे और IGST को NIL करना है जितना हम ले सके उसके बाद ही बाकि को एडजस्टमेंट करना है 



GST Adjustment Entry -

अब हम जीएसटी एडजेस्टमेंट को चार भागों में बांटते हुए उनका एडजेस्टमेंट देखेंगे वह समझेंगे कि अगर किस केस में कैसे एडजस्ट किया जाएगा हमने जीएसटी को चार भागों में इसलिए बांट है ताकिआपको आसानी से

GST Adjustment Entry In Tally -

GST Adjustment Entry In Tally Prime -

GST Adjustment को आसानी से समझ जा सके इसलिए ऐसे सरल  करने के लिए हमने  के लिए ऐसे 5 भागो में बांट लिया और अब एक-एक करके आपको सारी कंडीशन समझ में आ जाएगी

1  प्रत्येक ज्यादा और सेल कम या कोई सेल नहीं (If input more than Output)

अगर आपकी इनपुट ज्यादा है और आउटपुट कम या बिलकुल नहीं है नील है तो आप उसका एडजेस्टमेंट कैसे करेंग आईटीसी ज्यादा होने पर और इनपुट ज्यादा होने पर आउटपुट को इनपुट से सेट ऑफ करके Next Month के लिए कैरी फॉरवर्ड कर देते हैं यह हमें अगले महीने के लिए कैरी फॉरवर्ड हो जाता है और अगले महीने इसे हम सेट ऑफ कर सकते हैं जीएसटी में इस तरह का कोई एडजेस्टमेंट एंट्री तो नहीं की जाती लेकिन इसे हम बैलेंस शीट में देख सकते हैं परंतु अगर आपने अलग-अलग देश के लिए जड़ बना रखे होंगे तो आपको एक छोटा सा एडजेस्टमेंट करना होगा जो नीचे बताए गए अनुसार होगा

GST Adjustment journal entry - 


IGST OUTPUT        A/C     Dr                   20000

SGST OUTPUT        A/C     Dr                  5000

CGST OUTPUT        A/C     Dr                   5000

ELECTRONIC CREDIT LEDGER A/C Dr 17000

TO IGST INTPUT        A/C     Cr                           15000 (Full value)

TO SGST INPUT        A/C     Cr                            16000

TO CGST INPUT        A/C     Cr                            16000

 

TOTAL ITC= 47000  TOTAL OUPUT =30000 ECL=17000



Note:- Carry Forword for next month. -17000 RS


 2. Purchase कम और Sales ज्यादा (If Output more than input )

 इस केस में आपके पास इनपुट  काम होगा और आउटपुट ज्यादा होने की वजह से यह आपकी labilities है जितना टैक्स इनपुट से अधिक होता है उसका बैंक से पेमेंट करना होता है और चालान Generate करना होता है 

 GST Adjustment journal entry - 


IGST OUTPUT        A/C     Dr                   20000

SGST OUTPUT        A/C     Dr                  5000

CGST OUTPUT        A/C     Dr                   5000

TO IGST INTPUT        A/C     Cr                           5000 (Full value)

TO SGST INPUT        A/C     Cr                            9000

TO CGST INPUT        A/C     Cr                            9000

TO ELECTRONIC CREDIT LEDGER A/C Dr      7000

 

TOTAL ITC= 23000  TOTAL OUPUT =30000 ECL= - 7000 (Bal=10000)


NOTE - अगर पिछले महीना का आपका क्रेडिट पड़ा है तो वो यहाँ एडजस्ट हो जायेगा क्रेडिट बैलेंस है तो उसे काम में लेने के बाद अगर अपना बैलेंस नेगेटिव होता है तो उतने अमाउंट का पेमेंट करेंगे इस केस में हुम्हे 17000 क्रेडिट में डाला है और अभी हमने7000 ही काम लिया है इस  लिए अभी हमारा 10000 क्रेडिट बैलेंस है ऊपर की एंट्री के अनुशार 



3. Local Purchase and Local sales (Intra State Sales & Intra State Purchase)

अगर purchase and sales लोकल है तो आपको से जीएसटी इनपुट में CGST INPUT & SGST INPUT BOOK किया होगा और आउटपुट में CGST OUTPUT AND SGST OUTPUT BOOKED किया होगा

इस CASE में आपके पास IGST नहीं है इसलिए आपको CGST INPUT से CGST OUTPUT और SGST INPUT से SGST OUTPUT सेट ऑफ करना होगा 

GST Adjustment करते समय सबसे पहले IGST को लेंगे और IGST को NIL करना है जितना हम ले सके उसके बाद ही बाकि को एडजस्टमेंट करना है 

क्युकी सीजीएसटी (CGST) और एसजीएसटी (SGST) कभी आपस में सेट ऑफ नहीं होते I सीजीएसटी (CGST) और एसजीएसटी (SGST) को आपस में Adjustment नहीं किया जा सकता


 GST Adjustment journal entry - 

 

SGST OUTPUT        A/C     Dr                  15000

CGST OUTPUT        A/C     Dr                  15000

TO SGST INPUT        A/C     Cr                            12000

TO CGST INPUT        A/C     Cr                            12000

TO ELECTRONIC CREDIT LEDGER A/C Dr        6000

 

TOTAL ITC= 24000  TOTAL OUPUT =30000 ECL= - 6000(Bal=4000)

NOTE - अगर पिछले महीना का आपका क्रेडिट पड़ा है तो वो यहाँ एडजस्ट हो जायेगा क्रेडिट बैलेंस है तो उसे काम में लेने के बाद अगर अपना बैलेंस नेगेटिव होता है तो उतने अमाउंट का पेमेंट करेंगे इस केस में हुम्हे 17000 क्रेडिट में डाला है और अभी हमने7000 ही काम लिया है इस  लिए अभी हमारा 10000 क्रेडिट बैलेंस है ऊपर की एंट्री के अनुशार.. अब हुम्हे 10000 में 6000 और उसे किया है तो बैलेंस =4000 RS



4.Local Purchase और Interstate Sales - ( IGST OUT PUT AND CGST INPUT AND SGST INPUT ) 


 GST Adjustment journal entry - 

 

IGST OUTPUT        A/C     Dr                  15000

TO SGST INPUT        A/C     Cr                            5000

TO CGST INPUT        A/C     Cr                            5000

TO ELECTRONIC Credit LEDGER A/C Cr          5000

TOTAL ITC= 10000,  TOTAL OUPUT =15000, ECL= - 5000(Bal=-1000)

NOTE - अगर पिछले महीना का आपका क्रेडिट पड़ा है तो वो यहाँ ADJUST हो जायेगा क्रेडिट बैलेंस है तो उसे काम में लेने के बाद अगर अपना बैलेंस नेगेटिव होता है तो उतने अमाउंट का पेमेंट करेंगे इस केस में हुम्हे 17000 क्रेडिट में डाला है और अभी हमने7000 ही काम लिया है इस  लिए अभी हमारा 10000 क्रेडिट बैलेंस है ऊपर की एंट्री के अनुशार.. अब हुम्हे 40000 में 5000 और उसे किया है तो बैलेंस =-1000 RS इस अमाउंट का पेमेंट करेंगे 


GST Payment Entry IN Tally Prime - 

अब आपकी टैक्स LAIBLITIES बन गया है तो अब हम इस अमाउंट का पेमेंट करेंगे और एंट्री कुछ इस प्रकार होगी -

 ELECTRONIC Credit LEDGER A/C Dr          1000

           TO BANK/ CASH  A/C     Cr                            1000 


5. Interstate Purchase and Local Sales - 





 GST Adjustment journal entry - 

 

SGST OUTPUT        A/C     Dr                   5000

CGST OUTPUT        A/C     Dr                   5000

TO IGST INTPUT        A/C     Cr                           7000 (Full value)

TO ELECTRONIC CREDIT LEDGER A/C Dr       3000

 

TOTAL ITC= 7000  TOTAL OUPUT =10000 ECL= - 3000 इस अमाउंट का पेमेंट करेंगे 

 

GST Payment Entry - 

अब आपकी टैक्स LAIBLITIES बन गया है तो अब हम इस अमाउंट का पेमेंट करेंगे और एंट्री कुछ इस प्रकार होगी -

 ELECTRONIC Credit LEDGER A/C Dr          3000

           TO BANK/ CASH  A/C     Cr                            3000 




GST Frequently Asked Questions - (FAQ and Queries)

 We are sharing here some important FAQ, its a journal question regarding GST issues. 

Q- How To Adjust Advance Payment In Gst?    
Ans - एडवांस पेमेंट को हम Electronic Cash Ledger में एडजस्ट करेंगे और Next के लिए कैर्री फोरवोर्ड कर देंगे ऐसे अगले महीना काम में ले सकते है /


Q- How To Adjust Gst Input And Output In Tally?

Ans - Know GST Adjustment rules with tally prime entries...
 

Q- what is meaning of electronic cash ledger 

Ans:-यह जीएसटी ई-वॉलेट की तरह है। नकद या बैंक के माध्यम से किया गया कोई भी जीएसटी भुगतान इलेक्ट्रॉनिक कैश लेजर में प्रदर्शित होता है। इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) की कटौती के बाद इलेक्ट्रॉनिक कैश लेजर में शेष राशि का उपयोग करके किसी भी शेष कर देयता का भुगतान करना होगा। 


Q- what is meaning of electronic Credit ledger 
Ans- इस लेज़र में GST देनदारी का विवरण होता है। खाता बही में कुल जीएसटी देयता और जिस तरीके से इसका भुगतान किया गया है - नकद में या क्रेडिट के रूप में। 

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