F5 & F6
Tally Payment& Receive Entry
टैली में अगर किसी पेमेंट आया है और किसी को पेमेंट किया है उसका भी पूरा विवरण रहता है आप ऐसे कोई भी ट्रांसक्शन करते हो तो उनको टैली में दर्शाना होता है जिस से लेड़गेर तैयार होता है मैच होता है और अब तो gst के बाद अगर किसी से क्रेडिट मॉल लिया है और दिया है 180 दिन के अंदर उसे ट्रांसक्शन का पेमेंट अनिवार्य कर दिया गर 180 दिन पेमेंट नहीं किया गया तो आपकी itc reverse की जाएगी
इसलिय एकाउंटिंग में पेमेंट का बहुत बड़ा role है
जैसे हमने जाना बैंक से बैंक और कॅश तो बैंक के लिए एंट्री कॉण्ट्रा में होती अभी तक नहीं देखे तो अभी जाने
F5 - Payment Entry in Tally Prime / Payment Voucher in Tally in Hindi
अगर किसी creditor को हम पेमेंट करते है या किसी को advance पेमेंट करते है पेमेंट वाउचर में वो सभी एंट्री की जाती है जो एक बिज़नेस से कॅश और बैंक से पेमेंट किया जाये जैसे की - Salary payment, Tds challan payment, GST challan payment, Any Taxes Payment, Vendor/Creditor Payment, Advance Payment, Loan Repayment, EMI Payment etc.
Payment voucher Entry in Tally in Hindi
पेमेंट के लिए सबसे पहले टैली ओपन कर ले और gateway of tally इ वाउचर में जाये और पेमेंट वाउचर सेलेक्ट करे या F5 press करे जिस से आप पेमेंट वाउचर ओपन हो जायेगा टैली में फ़ास्ट काम करने के लिए शार्ट-की जानना जरुरी है तो अभी जाने -Tally A to Z short-key in Hindi
उदाहरण :-
जैसे electricity बिल का भुगतान किया
Electricity exp / electricity Exp Payable A/c Dr 8000
To Bank A/c / Cash A/C Cr 8000
क्रेडिटर्स में से KBF Pvt Ltd को 100000 का पेमेंट किया है
Shree Ram Textile Pvt Limited 100000
To Bank A/c Cr 100000
अब आपको Tally में एंट्री करना है तो इसके लिए टैली में 2 मोड है जिसमे आप को जो टिक लगे उसे में एंट्री कर सकते हो यहाँ में आपको दोनों मोड बताने वाली हु -
1. Single Entry Payment Mode -
सिंगल मूड एंट्री में आप को एक बार में एक ही पेमेंट या वेंडर को दिख स्काई हो है ये करने में बहुत आसान है क्युकी ऊपर आपको बैंक सेलेक्ट करना है और निचे जिसे पेमेंट किया है उसे सेलेक्ट करे
जिसने टैली में एंट्री का स्क्रीन शार्ट निचे देख सकते हो
2.Double Entry Payment Mode -
डबल एंट्री में एक से ज्यादा लोगो के पेमेंट को एक साथ दिखा सकते हो जैसे सैलरी का पेमेंट अब एक साथ दिख सकते हो और इसमें आपको डेबिट क्रेडिट करना है जैसे आप जर्नल एंट्री में करते हो लेकिन ये भी बहुत आसान है अगर आप समझना कहते हो तो
देखो अगर हम कोई भी पेमेंट करते है तो उस पार्टी के अकाउंट को डेबिट करते है और जिसे बैंक से पेमेंट किया है उसे क्रेडिट करते है अब ध्यान दे जब भी कोई पार्टी को पेमेंट करना है या लेड़गेर से बैलेंस काम या डेबिट दिखना है तो उसे डेबिट करना पड़ेगा अगर इतना समझ नहीं आ रहा है तो अब एक बात ध्यान में रखो -
जब भी पेमेंट करो जिसे करो उसे डेबिट कर दो सीधा ध्यान रखना है
F6 - Receipt Voucher in Tally in Hindi
जब किसी debtors से और किसी पार्टी से लोन या एडवांस पेमेंट आदि प्राप्त होता उसी एंट्री हम रिसीप्ट वाउचर में करते है मतलब हमारे बुसिनेस में अगर कोई पेमेंट मिला या प्राप्त हुआ है तो उसकी एंट्री हम रिसीप्ट वाउचर में करते है
उदाहरण :-
Receipt Voucher entry in Tally Prime-
1.गोपाल ट्रेडिंग से 50000 रुपए बैंक में प्राप्त हुए Receipt Voucher entry
Bank A/c Dr 50000
To Gopal Trading A/c 50000
Receipt Voucher entry |
2.
कल्पना जैन से 500000 का unsecured लोन प्राप्त हुआ
Bank A/c Dr 500000
To Kalpana Jain A/c 500000
Receipt Voucher entry |
3.किरण फेब्रिक्स से 100000 एडवांस प्राप्त हुआ
Bank A/c Dr 100000
To Kiran Fabrics A/c 100000
Note :- 1.ध्यान दे अगर कभी भी पेमेंट आये तो उस पार्टी को डेबिट करना है और जब किसी से पेमेंट आये तो उस क्रेडिट करना है पेमेंट और रिसीप्ट वाउचर में एंट्री करते समय ये ध्यान रख आपकी स्पीड और accuracy भी बाद जाएगी
इसके आलावा कोई भी पेमेंट करो पार्टी या उसे खर्चे को डेबिट कर दो और जब भी पेमेंट आये उसे पार्टी और इनकम को क्रेडिट कर दो
2. इसमें भी आप सिंगल डबल मोड में एंट्री कर सकते हो इसलिए आप को वो मेथड समझना चाहिए
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