Computer Input and Output
(इनपुट और आउटपुट डिवाइस)
भौतिक आधार पर कंप्यूटर को २ भागो में समझ जा सकता है - जिसमे आपको कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस एंड आउटपुट डिवाइस से मिलकर एक बोटिक कंप्यूटर का निर्माण होता है ये पार्ट्स एक कंप्यूटर कुछ जरुरी और कुछ जरुरत के हिसाब से काम में लिए जाते है आये जानते है सबसे पहले इनपुट डिवाइस के बारे मे -
अदा युक्तियाँ (Input Devices)
डाटा और अनुदेशों के सामान्य संकेतों को जिस इलेक्ट्रॉनिक Device द्वारा बाइनरी रूप में CPU तक प्रोसेसिंग के लिए भेजा जाता है उससे इनपुट डिवाइस कहते हैं।
इनपुट डिवाइस निम्न हैं- (Type of Input Device in Hindi)
1. की-बोर्ड Keyboard ⌨
यह टाइप राइटर की तरह बटन दबाकर शब्द और कैरेक्टर लिखने के लिए उपयोग किए जाने वाला Device है। की-बोर्ड के माध्यम से टेक्स्ट डाटा एवं अनुदेशों को कम्प्यूटर के अंदर इनपुट कराया जाता है। वर्तमान में QWERTY की-बोर्ड का प्रचलन बहुत बढ़ गया है जिसमें 104 बटन होते हैं।
कंप्यूटर की-बोर्ड के प्रकार -
कम्प्यूटर की बोर्ड को निम्न 5 प्रकर होते है जिनको उसके उपयोग और कार्य के हिसाब से अलग अलग समझ सकते है -
Alphabetic Keys
Function Keys
Numerical Keys
Navigation Keys
Controlling Keys / Special purpose Key
Function Keys
Numerical Keys
Navigation Keys
Controlling Keys / Special purpose Key
(1) Alphabetic Keys - इसमें अंग्रेजी के सभी अक्षर होते है और ा-ज़ तक के बटन से हम हिंदी और इंग्लिश भाषाओ में टाइपिंग कर सकते है
(ii) Function Keys (फंक्शन बटन)- की बोर्ड के सबसे ऊपर फंक्शन बटन होते हैं जो F1 से F12 तक होते हैं। इनमें से प्रत्येक बटन विशेष कार्य के लिए होता है और इनका कार्य इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर के द्वारा निर्धारित होता है। अलग अलग जगह इनका अलग अलग use किया जाता है function key शार्टकी जाने
(iii) Numerical Keys (संख्यात्मक बटन ) -जिसमे अंक (0. से. 9) तथा कुछ विशेष चिह्न कोमा () स्टॉप (), बराबर (-) आदि होते हैं। जिसके द्वारा कैलकुलेटर की भाँति विभिन्न जोड़ घटाव, गुणा, भाग आदि संपादित किए जाते हैं।
(iv) Navigation Keys - कर्सर मुखमेन्ट बटन (Cursor Movement Keys) की बोर्ड के पैड के बीच में नीचे की ओर तीर के निशान वाले चार बटन होते हैं जिनसे पेज या साइट को ऊपर और निचे लेफ्ट या राइट (+) (4) ऊपर (1) तथा नीचे (4) से जाया जा सकता है। इस कर्सर बटन के ऊपर कर्सर कंट्रोल के लिए चार बटन और होते हैं जो होम (Home), एंड (End) पैन अप (Page up) तथा (Page down) होते हैं। होम बटन से कर्सर की लाइन के प्रारम्भ या पेज के प्रारम्भ में लाया जाता है, एंड बटन को कर्सर को लाइन या पेज के अन्त में लाया जाता है अपज में और पेज डाउन से कर्मर पेट अगले पेज पर लाया जाता है।
(v) विशेष कार्य बटन (Special purpose Key)
(a) न्यूमेरिक लॉक बटन (Num Lock Key)- Nam lock बटन के लाइट नहीं देखने पर संख्यात्मक की-पैड के बटन के ऊपर लिखी संख्यायें टाइप होती हैं तथा यदि यह ऑफ हो तो बटन पर लिखे नंबर टाइप होते है इसके लिए num lock बटन की लाइट जलना चाहिए'-
(b) कैप्स लॉक बटन (Caps Lock Key)- इस बटन के ऑन होने पर कैपिटल लेटर लिखे जाते हैं और ऑफ होने पर वर्णमाला के छोटे अक्षरों को टाइप किया जा सकता है
(c) शिफ्ट बटन (Shin Key) किसी बटन पर यदि दो अक्षर टाइप होता या अंग्रेजी वर्णमाला के बड़े अक्षर (Capital letter) लिखना होता है शिफ्ट के साथ में उस की का इस्तेमाल किया जाता है। उस बटन को शिफ्ट के साथ दबाने पर बटन का ऊपर वाला और कैप्स लॉक ऑन है तो निचे वाला बटन टाइप होता है
(d) बटन (Tab Key)- इसके द्वारा लिया एक्सेल में एक खाने से दूसरे खाने में जाया जाता है। यह करसर को एक निश्चित दूरी तक कूदाने (Jump) हुए से जाने के लिए प्रयोग किया जाता है। की जाती है। इसका उपयोग सभी सॉफ्टवेयर में एक जगह से दूसरी जगह कर्सर को जम्प करने के काम आता है
(e) रिटर्न या इन्टर बटन (Enter Key) पर निर्देशों को कम्प्यूटर में भेजने के लिए इस बटन का प्रयोग किय जाता है। वर्ड में इसके द्वारा पैराग्राफ या पेज में निचे लाइन चेंज करने के काम आती है
(f) एस्कप बटन (Escape Key)- इसके द्वारा से बाहर निकलने कार्य को समाप्त करने का कार्य किया है।
(g) बैंक स्पेस बटन (Back Space Key)- इसके मंग के दौरान की गयी गलती को सुधारने का कार्य किया जाता है।
(h) डिलीट बटन (Del-Delete Key)- इससे चयनित शब्द लाइन या पैराग्राफ पेज का फल को मिटा जा सकता है। इसका प्रयोग कर्सर के दायों और स्थित कैरेक्टर या स्पेस को मिटाने के लिए भी किया जाता है।
(i) स्क्रॉल लॉक बटन (Scroll Lock Key)- इस बटन को दबाकर कम्प्यूटर स्क्रीन पर आ रही सूचना को एक स्थान पर रोकी जा सकता है। अगर इसे दुबारा दबाया जाए तो सूचना फिर से शुरू हो जाती है।
(j) पॉज बटन (Pause Key)- इसका कार्य स्क्रॉल बटन जैसा है।
(k) प्रिंट स्क्रोन बटन (Print Screen Key)- इसके द्वारा स्क्रीन पर दिख रहे सूचना या डाटा को प्रिन्ट किया जा सकता है।
(l) कंट्रोल • आल्ट • डिलीट (Curl + Alt Del)- इन तीनों बटनों को एक साथ दबाकर किसी चल रहे प्रोग्राम को बंद किया जाताहै और कम्प्यूटर फिर से शुरू होने वाली अवस्था में स्वयं पहुँच जाता है।ऐसा प्रायः तब किया जाता है जब कम्प्यूटर किसी अन्य आदेश का पालन नहीं करता अर्थात् जब बैंग (Hang) हो जाता है। यह वास्तव में रिसेट की प्रक्रिया है।
कंप्यूटर के सारे शॉर्टकट की जानने के लिए क्लिक करे - A-Z Shortcut-Key PDF
2. माउस (Mouse)-
यह एक प्वाइंटिंग डिवाइस है जिसका उपयोग निर्देशों को कम्प्यूटर में डालने हेतु किया जाता है। माउस का मुख्य कार्य स्क्रीन पर पॉइन्टर को चलाना होता है। GUIl (Graphical User Interface) के प्रयोग के कारण इसका महत्व काफी बढ़ गया है। माउस में दो या तीन बटन होते हैं जो दीयें बाँये एवं मध्य में स्थित होते हैं। माउस के निचले सतह पर एक रबर बॉल होता है जिसके समतल सतह पर घूमने से प्वाइंट (🖰) को दिशा व गति में परिवर्तन होता है।
माउस द्वारा प्वांइटर एवं सेलेक्ट करने का कार्य किया जाता है। माउस प्वाइंट को अगर किसी स्थान पर ले जाने पर वह हाथ के आकार का होता है तो इसे प्वाइंट कहते हैं और यदि आइकन (icon) या अक्षर (Test) के रंग में परिवर्तन होता है तो इसे सेलेक्ट कहते हैं। पेंट या ब्रश से संबंधित प्रोग्राम में उसके द्वारा ब्रश या कलम का कार्य किया जाता है। माउस के बटन की एक बार दबाना -क्लिक, दो बार जल्दी-जल्दी दबाना डबल क्लिक और बटन को दबाये रखकर एक स्थान मे दूसरे स्थान पर माउस को से जाना ड्रैग (Drag) कहलाता है। बटन को दबाये रखने के बाद छोड़ना ड्रॉप (Drop) कहलाता
ऑप्टिकल माउस (Optical Mouse)- सामान्य माउस से इस माउस में अन्तर यही रहता है कि इसमें रबर बॉल की जगह प्रकाशीय डायोड (LED Light Emitting Diode) लगा रहता है। ट्रैक बॉल (Track Ball) यह माउस का ही एक रूप है जिसमें रबर बलि ऊपर लगा रहता है ना कि निचले सतह पर अतः इसमें माउस को अपने स्थान से हटाए बिना भी प्वांइटर के स्थान में परिवर्तन किया जा सकता है। इसका प्रयोग आमतौर पर CAM (Computer Aided Manufacturing) और CAD (Computer Aided Design) में किया जाता है।
3 . स्कैनर (Scanner)
इस इनपुट डिवाइस के माध्यम से विभिन तस्वीरों/रेखाचित्रों को डिजिटल चित्र में परिवर्तित कर कम्प्यूटर में दर्ज किया जाता है। इसको परिवर्तित (Editing) भी किया जा सकता है। इसका आकार फोटोस्टेट मशीन से छोटा होता है।
4 .वेब कैमरा (Web Cam)-
यह विजुअल इनपुट प्रदान करने के लिए अन्य ध्वनि वाला वीडियो कैमरा होता है। चलचित्रों को कम्प्यूटर में इनपुट कराने के लिए इनका प्रयोग किया जाता । यह सामान्यतः डिजिटल कैमरे की तरह होता है। इसका प्रयोग इन्टरनेट की सहायता से दूर स्थित किसी व्यक्ति को देखने के लिए किया जाता है। वोडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इसका प्रयोग किया जाता है। इससे हम लाइव डाटा भेज या प्राप्त कर सकते हैं।
5 बारकोड रीडर (BICR- Bar Code Reader)-
यह विशेष प्रकार के डाटा को ग्रहण करके कम्प्यूटर में इनपुट कराने का कार्य करते हैं। और कोड विभिन्न दूरी पर स्थित विभिन्न चौड़ाई को काली पट्टियाँ होती हैं जिनमें सूचनाएँ भरी रहती हैं। बार कोड रीडर की सहायता से बार कोड को पढ़ा जा सकता है।
बारकोड रीडर UPC (Universal Product Code) सर्वाधिक प्रयोग बाला बार कोड है। इसमें 10 लाइनें होती हैं जिनमें प्रथम पाँच से उत्पादक तथा आपूर्तिकर्ता के बारे में और अंतिम पाँच से उत्पाद को जानकारी प्राप्त होती है।
6. ऑप्टिकल मार्क रीडर (OMR)-
यह इनपुट डिवाइस है जो एक फॉर्म पेपर पर blank, रिक स्थानों या ऑक्स पर लगे पेंसिल, पेन के चिह्न की पड़कर कम्प्यूटर में डाटा प्रवेश कराती है। आजकल हो रही प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम इसी विधि से ज्ञात किए जा रहे हैं।
7. माइकर (MICR- Magnetic Ink Character Reader)-
इसका प्रयोग आइरल ऑक्साइड (चुम्बकीय पदार्थ) से लिखे अक्षरों को कम्प्यूटर द्वारा पढ़ने में किया जाता है। इस चुम्बकीय स्याही से लिखे अक्षरों का प्रयोग बैंक चेकों एवं ड्राफ्टों में सामान्यतः किया जाता है। माइकर कोड में 14 कैरेक्टर (0 से 9 तक के अंक और चार चिह्न) होते हैं।
8. जॉयस्टिक (Joystick)-
यह ट्रैकबॉल की तरह कार्य करने वाला एक सामान्य यंत्र (वाइटिंग डिवाइस) जिसमें हाथ में पकड़ी जाने वाली एक होती है जो इसके एक किनारे पर दो या तीन परिमाप वाले कोणों की पहचान करने के लिए दूरी का कार्य करती है। इसका उपयोग विडियो गेम, सिमुलेटर प्रशिक्षण आदि में किया जाता है।
9. गेमपैंड-
यह साथ में पकड़ने वाला एक सामाला खेल नियंत्रक है जो इनपुट प्रदान करने के लिए अंगों पर (विशेष रूप से अंगूठों) पर निर्भर रहता है।
10. प्रकाशीय पेन (Light Pen)-
पैन के आकार का प्वाइंटिंग डिवाइस जिसका प्रयोग बार कोड को पढ़ने, स्क्रीन पर लिखने या चित्र बनाने के लिए किया जाता है। इस पैन पर लगे कैंसर के माध्यम से कम्प्यूटर अक्षरों या रेखाओं को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है।
।।. टच स्क्रीन (Touch Screen)-
इसमें स्क्रीन को छूकर निर्देश दिया जाता है और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करवाया जाता है। इसका प्रयोग बैंकों के ATM (Automated Teller Machine) में किया जाता है।
12. Speech Reciliation System-
यह एक ऐसा डिवाइस है जिसके द्वारा बोलकर कम्प्यूटर को डाटा सूचना है Speaking Dragon eventually एक इसी प्रकार का सॉफ्टवेयर है।
13. OCR (Optical Character Recognition)-
यह एक इनपुट उपकरण है जो प्रकाशीय व्यवस्था द्वारा अक्षरों और चिह्नों को पहचान कर पुष्ट करता है।
Next - Output Device
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